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खेती योग्य भूमि को चंदूलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कचान्दुर को आवंटित किए जाने का ग्रामीणों ने किया विरोध दर्ज।

भिलाई : दुर्ग ब्लाक के ग्राम कचान्दुर के ग्रामीणों ने गांव की चारागाह, सिंचाई तालाब, स्कूल के लिए आरक्षित और खेती योग्य भूमि को चंदूलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कचान्दुर को आवंटित किए जाने का कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

16 मई शुक्रवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ दुर्ग तहसील कार्यालय पहुंचे कर चंदुलाल चन्द्राकर स्मृति शासकीय महाविद्यालय के भू अधिग्रहण करने पर अपनी लिखित आपत्तियां दर्ज कराईं है।

ग्राम पंचायत कचान्दुर सरपंच किर्तन साहू ने बताया कि जिला प्रशासन ने स्थानीय ग्राम पंचायत को अपने विश्वास में लिया बिना व बिना ग्राम सभा की अनुमति के बगैर ग्राम कचान्दुर की भूमि आवंटन के लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई। जिसका ग्राम पंचायत की बैठक में एवं ग्राम सभा की बैठक लेकर उक्त भूमियों के अधिग्रहण पर रोक लगाने सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित कर शासन के संबंधित उच्चाधिकारियों को इसकी प्रति भी भेजा गया है।

जिस भूमि पर मेडिकल कॉलेज का अतिरिक्त निर्माण प्रस्तावित है, उसमें
कृषकों के सिंचाई तालाब है, जहां बरसात का पानी एकत्र होकर जलस्तर बनाए रखता है।
कृषक इसी तालाब के पानी से अपने खेतों में सिंचाई करते हैं।
इसी से लगा हुआ चारागाह की ज़मीन है जिस पर पर शासकीय गौठान भी बना हुआ है। एवं इसी से लगाया हुआ भूमि शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला के लिए आरक्षित हैं।


जिस खसरा नंबर की ज़मीनों पर ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज कराई है, उनमें निम्न लिखित खसरा नंबर की जमीन शामिल हैं –

खसरा नंबर 767 – रकबा 2.440 हेक्टेयर
खसरा नंबर 776 – रकबा 1.660 हेक्टेयर
खसरा नंबर 1003 – रकबा 4.630 हेक्टेयर
खसरा नंबर 1062 – रकबा 3.400 हेक्टेयर
खसरा नंबर 1065 – रकबा 7.780 हेक्टेयर , इन सभी को मिलाकर लगभग 50 एकड़ भूमि है, जिसे मेडिकल कॉलेज को आवंटित किया जा रहा है।

चिकित्सा महाविद्यालय के लिए डॉक्टरों और स्टाफ के लिए आवासीय परिसर एवं छात्रों के लिए हॉस्टल भी प्रस्तावित हैं। जिस भूमि पर सिंचाई नहर नाली, मनरेगा से बना खेतों के लिए कच्ची पहुंच मार्ग, और अन्य ग्रामीण विकास योजनाएं पहले से ही चल रही हैं।

क्षेत्रीय जनपद सदस्य गोकुल वर्मा का कहना है कि इस भूमि से गांव की कृषि व्यवस्था, जल संरक्षण, पर्यावरण हेतु वृक्षारोपण,मवेशियों के लिए चारागाह और कृषकों के निस्तारी आदि सुविधा जुड़ी हुई है। भूमि अधिग्रहण से ग्रामीणों की आजीविका पर बुरा असर पड़ेगा।

अतः उक्त भूमि आवंटन रद्द किया जाने की मांग जिला प्रशासन से की हैं।
जनपद सदस्य श्री वर्मा ने जिला प्रशासन से पुनः मांग किया है कि स्थानीय ग्राम पंचायत एवं ग्राम सभा से सहमति लेकर मेडिकल कॉलेज के विस्तारीकरण के लिए वैकल्पिक भूमि की व्यवस्था की जाए।
ग्रामीणों व ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी आपत्तियों को अनसुना किया, तो वे आगे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
शुक्रवार 16 मई को दुर्ग तहसीलदार को चंदुलाल चन्द्राकर स्मृति शासकीय महाविद्यालय के लिए उक्त भूमि अधिग्रहण (मांग) पर आपत्ति लगाने में प्रमुख रूप से ग्राम पंचायत कचान्दुर सरपंच किर्तन साहू, क्षेत्रीय जनपद सदस्य गोकुल वर्मा, उपसरपंच उदयराम वर्मा,पंच गण: टिकेन्द्र वर्मा, दिलीप निर्मलकर , रामचरण साहू ,पुरूषोत्तम साहू, टिकेश्वर पटेल, उर्मिला साहू, कुसुम पटेल, भानुमति पटेल, ईश्वरीय निर्मल कर, रमेश वर्मा, चित्रलेखा साहू, चंद्रिका यादव, हेमलता साहू, वर्षा ठाकुर, विदेश यादव, संतोषी निर्मलकर आदि पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा ग्राम कचान्दुर के गणमान्य कृषक लोकेन्द्र बन्छोर,बिसम्भर साहू, गोकुल साहू, महेन्द्र साहू,कनी राम साहू,पवन साहू, शकुन्तला साहू, केशरी यादव,सुनिता साहू आदि प्रमुख है।

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