
सी.जी.प्रतिमान न्यूज 9 जून / हाल ही में भारत में पत्नी द्वारा पति की हत्या के कई मामले सामने आए हैं, जो चिंता का विषय हैं। इन घटनाओं के पीछे कई कारण होते हैं, और प्रेम प्रसंग एक महत्वपूर्ण और अक्सर देखा जाने वाला कारण है।
कुछ ज्वलंत घटनाएं:
बिलासपुर, छत्तीसगढ़ (जून 2025): एक मामले में पत्नी ने पति को तवे से पीट-पीटकर मार डाला। हालांकि, इस मामले में घरेलू कलह और वैवाहिक तनाव मुख्य कारण बताए गए।
मेघालय (जून 2025): एक हनीमून पर गए पति राजा रघुवंशी की हत्या का आरोप उनकी पत्नी सोनम पर लगा है। पुलिस के अनुसार, सोनम ने कथित तौर पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर सुपारी देकर पति की हत्या करवाई।

देवरिया, उत्तर प्रदेश (अप्रैल 2025): नौशाद हत्याकांड में उसकी पत्नी रजिया सुल्तान और उसके प्रेमी रोमान को गिरफ्तार किया गया। रजिया ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को ट्रॉली बैग में 60 किलोमीटर दूर ठिकाने लगाया था।
कानपुर, उत्तर प्रदेश (मई 2025): धर्मेंद्र पासी की हत्या उनकी पत्नी रीना और भतीजे सतीश ने की, जिनके बीच अवैध संबंध थे। रीना ने धर्मेंद्र को नींद की गोलियां देकर बेहोश किया और फिर सिर पर भारी वस्तु से वार कर दिया।
मेरठ, उत्तर प्रदेश (अप्रैल 2025): एक पत्नी ने अपने पति का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और इसे सांप के काटने से हुई मौत दिखाने की कोशिश की। जांच में पता चला कि उसका अपने पति के दोस्त के साथ अवैध संबंध था।
औरेया, उत्तर प्रदेश (मार्च 2025): शादी के महज 14वें दिन ही एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की सुपारी देकर हत्या करवा दी।
जयपुर, राजस्थान (मार्च 2025): एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी, क्योंकि पति को उनके अवैध संबंध के बारे में पता चल गया था।
कारण:
जैसा कि ऊपर की घटनाओं से स्पष्ट है, प्रेम प्रसंग (अवैध संबंध) पत्नी द्वारा पति की हत्या के प्रमुख कारणों में से एक है। जब पत्नी किसी अन्य व्यक्ति के साथ संबंध में होती है और पति को इसकी जानकारी हो जाती है, तो अक्सर विवाद, झगड़े और तनाव बढ़ जाते हैं। ऐसे में, अवैध संबंध को जारी रखने या पति को रास्ते से हटाने के लिए हत्या एक जघन्य विकल्प बन जाता है।
प्रेम प्रसंग के अलावा अन्य कारण भी हो सकते हैं:
घरेलू हिंसा और वैवाहिक तनाव: लंबे समय से चली आ रही घरेलू हिंसा, मानसिक या शारीरिक प्रताड़ना, या पति-पत्नी के बीच लगातार विवाद भी हत्या का कारण बन सकते हैं।
आर्थिक मुद्दे: पैसों को लेकर विवाद, कर्ज, या आर्थिक तंगी भी रिश्तों में दरार डाल सकती है और चरम मामलों में हिंसा का रूप ले सकती है।
नशाखोरी: पति या पत्नी में से किसी की भी अत्यधिक नशाखोरी भी पारिवारिक कलह का कारण बन सकती है।
मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: अवसाद, क्रोध प्रबंधन की कमी, या अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी ऐसे जघन्य अपराधों में भूमिका निभा सकती हैं।

पारिवारिक दबाव या दखलअंदाजी: ससुराल पक्ष या मायके पक्ष का अत्यधिक दखल भी पति-पत्नी के रिश्ते को कमजोर कर सकता है।
समाधान:
इन जघन्य अपराधों को रोकने के लिए कई स्तरों पर काम करने की आवश्यकता है:
सामाजिक जागरूकता और शिक्षा:
रिश्तों में संवाद को बढ़ावा: पति-पत्नी के बीच खुले संवाद और एक-दूसरे की समस्याओं को समझने की क्षमता विकसित करना महत्वपूर्ण है।
रिश्ता परामर्श: विवाह से पहले और बाद में संबंध परामर्श को बढ़ावा देना चाहिए। यह जोड़ों को समस्याओं को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के तरीके सिखाता है।
मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता: मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को पेशेवर मदद लेने के लिए प्रोत्साहित करना।
घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाना: घरेलू हिंसा को किसी भी रूप में बर्दाश्त न करने और पीड़ितों को मदद मांगने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।

कानूनी और प्रवर्तन उपाय:
त्वरित और प्रभावी न्याय: ऐसे मामलों में त्वरित जांच और दोषियों को कठोर सजा सुनिश्चित करना ताकि दूसरों को भी ऐसे अपराध करने से रोका जा सके।
कानूनों का सख्त प्रवर्तन: घरेलू हिंसा और अपराध से संबंधित कानूनों का प्रभावी ढंग से पालन किया जाना चाहिए।
साइबर अपराध पर नियंत्रण: सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स के माध्यम से होने वाले अवैध संबंधों और उनसे जुड़े अपराधों पर भी निगरानी और नियंत्रण की आवश्यकता है।
पारिवारिक सहायता प्रणाली:
पारिवारिक मूल्यों का महत्व: परिवारों को अपने बच्चों को मजबूत नैतिक मूल्यों और आपसी सम्मान के साथ रिश्तों को निभाने के लिए शिक्षित करना चाहिए।

मध्यस्थता: यदि पति-पत्नी के बीच गंभीर विवाद हैं, तो परिवार के बड़े या विश्वसनीय मध्यस्थों की मदद ली जा सकती है ताकि स्थिति हिंसा तक न पहुंचे।
व्यक्तिगत जिम्मेदारी:
प्रत्येक व्यक्ति को अपने रिश्तों में ईमानदारी और वफादारी बनाए रखने की जिम्मेदारी समझनी होगी।
यदि कोई रिश्ता काम नहीं कर रहा है, तो कानूनी और सम्मानजनक तरीके से अलग होने के विकल्प तलाशने चाहिए, न कि हिंसा का सहारा लेना चाहिए।
प्रेम प्रसंग निश्चित रूप से पत्नी द्वारा पति की हत्या के पीछे एक प्रमुख कारण है, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है। इस समस्या के समाधान के लिए सामाजिक, कानूनी और व्यक्तिगत स्तर पर व्यापक प्रयासों की आवश्यकता है ताकि रिश्तों में विश्वास, सम्मान और संवाद को बढ़ावा दिया जा सके, और हिंसा को रोका जा सके।
