पटना। बिहार में जहरीली शराब ने कई लोगों मौत की नींद सुला दिया है। सीवान और छपरा के अलग-अलग गांवों में संदिग्ध परिस्थितियों में 24 लोगों की मौत हुई है और मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। मृतक लोगों के परिजनों के मुताबिक, उनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है।
जानकारी के अनुसार इन सभी ने घटना से दो दिन पहले शराब पी थी। जिसके बाद 12 से ज्यादा लोग बीमार पड़े, जिनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। इनमे दो लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। सीवान एसपी ने जिले में अवैध शराब पीने से 20 लोगों की मौत की पुष्टि की है। घटना के बाद एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस ने 8 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर 3 आरोपियों की गिरफ्तारी की है। जहरीली शराब से हुई मौतों के कारण कई गांवों में मातम पसरा हुआ है। मृतकों के परिजन मौत की वजह जहरीली शराब बता रहे हैं। हालांकि, प्रशासन की ओर से इसको लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है।
घटना के बाद सीवान एसपी ने एक थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया है, वहीं 2 चौकी इंचार्ज सस्पेंड किए गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया। छापेमारी की जा रही है। स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट रखा गया है। लोगों की संदिग्ध मौतों का मामला मंगलवार-बुधवार को सामने आया। सीवान के सीमावर्ती सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव में दो लोगों की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई और एक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर शाम तक जिले में कई मौतों के मामले सामने आए। इसके साथ ही सिवान जिले में भी ऐसी घटना से हड़कंप मच गया। पुलिस प्रशासन को खबर मिलने पर अधिकारी प्रभावित गांवों में पहुंचे। ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि एक दिन पहले ही इलाके में मछली पार्टी का आयोजन किया गया था। जिसमें शराब का भी सेवन किया गया। शराब के पीने के बाद से ही इसे पीने वाले लोगों की तबियत खराब होने लगी। बता दें कि बिहार में 2016 से शराबबंदी है, इसके बाद भी जहरीली शराब से मौतों के मामले सामने आते रहते हैं।

