झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने सन् 1857 की क्रांति में अंग्रेजों से लोहा लिया था। वे अंग्रेजों के साथ लड़ते हुए 18 जून 1857 को शहीद हो गई थी।

रानीलक्ष्मी बाई का नाम उसके माता- पिता ने मणिकर्णिका रखा था। सभी उन्हें प्यार से “मनु” कह कर पुकारते थे। मनु का झांसी के महाराजा गंगाधर राव से विवाह हुआ और वह झांसी की रानी बन गई। विवाह के बाद उसका नाम लक्ष्मीबाई रखा गया।

महाराजा का निधन होने पर अंग्रेजों ने झांसी पर कब्जा करना चाहा, लेकिन रानी लक्ष्मीबाई ने मरते दम तक अंग्रेजों से मुकाबला किया।
