नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद गुरुवार, 8 मई को संसद भवन में एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। बैठक में उन्होंने बताया कि ऑपरेशन अभी भी जारी है और पाकिस्तान के खिलाफ की गई एयर स्ट्राइक के बाद भी सैन्य कार्रवाई समाप्त नहीं हुई है। उन्होंने सभी दलों को विश्वास में लेते हुए कहा कि भारत तब तक कोई अगली कार्रवाई नहीं करेगा जब तक पाकिस्तान कोई उकसाने वाला कदम नहीं उठाता।

बैठक में शामिल हुए प्रमुख केंद्रीय मंत्री और विपक्षी नेता:
इस महत्वपूर्ण बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। विपक्ष की ओर से यह मांग भी की गई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बैठक में शामिल होना चाहिए था, लेकिन वे उपस्थित नहीं थे।

ऑपरेशन सिंदूर: अब तक 100 से ज्यादा आतंकवादी ढेर:
राजनाथ सिंह ने जानकारी दी कि 7 मई को पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गई, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, और यह आंकड़ा बढ़ सकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत का रुख स्पष्ट है—जब तक पाकिस्तान कोई आक्रामक कदम नहीं उठाता, तब तक भारत सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा।
खड़गे बोले – सरकार को हमारा समर्थन है:
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने सभी विपक्षी दलों को संवेदनशील जानकारियाँ दीं। उन्होंने कहा, “हमने सरकार को बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मामलों में हम पूरी तरह से साथ हैं।“

ओवैसी ने उठाई अंतरराष्ट्रीय मोर्चे की मांग:
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वे ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए सरकार और सेना को बधाई देते हैं। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि भारत को रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को लेकर वैश्विक स्तर पर अभियान चलाना चाहिए और अमेरिका से इसे आतंकी संगठन घोषित करने की मांग करनी चाहिए। इसके अलावा, पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल कराने की पहल तेज करने का भी सुझाव दिया।

राहुल गांधी बोले – सेना को पूरा समर्थन:
राहुल गांधी ने भी कहा कि उन्होंने बैठक में सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर पूरा समर्थन दिया है। उन्होंने बताया कि कुछ जानकारियाँ ऐसी थीं जो सार्वजनिक नहीं की जा सकतीं, लेकिन वे सरकार के साथ खड़े हैं।
किरन रिजिजू बोले – विपक्ष ने दिखाई परिपक्वता:
संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने बैठक के बाद कहा कि सभी दलों ने एकमत होकर सेना को बधाई दी और देशहित में सरकार का समर्थन किया। उन्होंने बताया कि विपक्ष ने गंभीरता और परिपक्वता का परिचय देते हुए सुझाव भी दिए, जिससे यह साफ है कि सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीतिक एकजुटता कायम है।
