
संतोष दास: एक श्रमिक नेता, एक समाजसेवी, एक अमिट स्मृति:
दुर्ग: जामुल / कामरेड संतोष दास का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम शिवनाथ नदी दुर्ग के किनारे किया गया ।
जिसके अंतिम संस्कार कार्यक्रम में उपस्थित छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के श्रमिक नेता जनक लाल ठाकुर पूर्व विधायक दल्लीराजहरा (1995से1998) ने संतोष दास के साथ बिताए पलो को साझा किया ,उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि कामरेड संतोष दास अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनका जीवन,उनके कार्य और उनके आदर्श हमें आज भी प्रेरणा देते हैं। वे केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार थे — एक ऐसा विचार जो श्रमिकों के अधिकार, सामाजिक न्याय और मानवीय करुणा के लिए समर्पित था।

एक प्रभावशाली श्रमिक नेता के रूप में संतोष दास ने हमेशा मेहनतकश लोगों की आवाज़ उठाई। उन्होंने जीवन भर मजदूरों के हक के लिए संघर्ष किया और यह सुनिश्चित किया कि हर श्रमिक को सम्मान, न्याय और सुरक्षा मिले। उनका नेतृत्व सादगी, ईमानदारी और साहस का प्रतीक था।
साथ ही, संतोष दास एक समर्पित समाजसेवी भी थे। उन्होंने निःस्वार्थ भाव से समाज के कमजोर वर्गों की सेवा की — चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य सेवा का मुद्दा हो या आपदा के समय लोगों की सहायता। उनकी दृष्टि में हर इंसान समान था, और वे हमेशा दूसरों की मदद को तत्पर रहते थे।
उनका व्यवहार मधुर, हृदय विशाल और सोच दूरदर्शी थी। वे न केवल समाज के लिए लड़ते थे, बल्कि वह अगली पीढ़ी को भी जागरूक और सशक्त करने में विश्वास रखते थे। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि संघर्ष का रास्ता कठिन जरूर होता है, लेकिन यदि नीयत साफ हो और उद्देश्य महान, तो वह रास्ता समाज को रोशनी दिखा सकता है।

कामरेड संतोष दास अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें, उनके कार्य और उनके विचार हमेशा हमारे साथ रहेंगे। यह समाज उनके योगदान को कभी नहीं भूल सकता। उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके दिखाए मार्ग पर चलें और समाज के लिए कुछ सकारात्मक करें।
श्री दास के अंत्येष्टि कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद जामुल से खिलेंद्र साहू, सरस बर्मन,शत्रुहन साहू,संतोष चौरसिया,रामचंद्र साहू,उमेश साहू,लेखराम साहू ,जनक साहू,कुशल साहू ,गुलाम जघेल अन्य इष्ट मित्र,समाजिक,राजनीतिक संगठन व परिवार के लोग उपस्थित रहे।
कामरेड संतोष दास को सी.जी.प्रतिमान न्यूज परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि

