
सी.जी.प्रतिमान न्यूज:
कोंटा 9 जून/ छत्तीसगढ़ के कोंटा में हुए बड़े नक्सली हमले पर कई सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों को क्यों और किसने निशाना बनाया, यह सबसे बड़ा सवाल है। हर दिन क्रेशर के लिए पत्थर फोड़ने वाले गाड़ियों को कोंटा थाने के पास ही खड़ा किया जाता था तो कल क्यों नहीं किया गया ? यहीं से संदेह की शुरुआत होती है।
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दरअसल, जिस जगह पर पत्थर खनन होता था और जहां पर ब्लास्ट हुआ वहां पर आए दिन लोगों का आना-जाना लगा रहता था। ऐसे में वहां पर पहले से आईईडी का होना संभव नहीं है। प्रेशर बम रविवार की रात को ही लगाया गया है। सबूत के तौर पर घटनास्थल के पास कुछ पैरों के निशान और आईईडी ही है। ऐसे में क्रेशर ठेकेदार और जेसीबी चालक संदेह के घेर में आते हैं। उनसे कड़ी पूछताछ होनी चाहिए।
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मौके पर पहुंचे डीआईजी
फन्दी गुड़ा के पास घटित घटना के बाद डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव, सांसद प्रतिनिधि अरुण सिंह भदौरिया मौके पर पहुँचे।
हमले को लेकर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने व्यक्त किया शोक:
वहीं इस हमले को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि, नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और इस कायराना कृत्य का माकूल जवाब दिया जाएगा।
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शहीद एसपी आकाश राव को अर्पित की श्रद्धांजलि
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, आकाश राव गिरपुंजे एक निष्ठावान, साहसी और कर्तव्यपरायण अधिकारी थे, जिन्होंने बस्तर के जंगलों में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान की परवाह किए बिना सेवाएं दीं। उनकी वीरगति को मेरा और पूरे छत्तीसगढ़वासियों की ओर से कोटि-कोटि नमन। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि, उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके शोकाकुल परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दें।
इस कायराना करतूत का माकूल जवाब दिया जाएगा : शर्मा
डिप्टी सीएम शर्मा ने इस कायराना हमले में घायल हुए अन्य जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उन्होंने बताया कि, चिकित्सा दल उनकी देखभाल में तत्परता से जुटा हुआ है। डिप्टी सीएम शर्मा ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि, लगातार हो रही सुरक्षाबलों की कार्रवाइयों से नक्सली बौखलाए हुए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने दोहराया कि, बस्तर से नक्सलवाद की काली छाया को पूरी तरह समाप्त करने का हमारा संकल्प अडिग है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में हम 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लक्ष्य की ओर अग्रसर हैं। नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और इस कायराना कृत्य का माकूल जवाब दिया जाएगा।’
