जामुल :7 जुलाई / रविवार को हथखोज औद्योगिक क्षेत्र भिलाई में भिलाई आयरन प्रोसेसिंग नामक फैक्ट्री में कार्यरत रविंद्र वर्मा जामुल वार्ड -4 दुर्गा मंदिर वार्ड निवासी युवक की दुर्घटना में मौत हो गई । कंपनी प्रबंधन की घोर लापरवाही के कारण घटित घटना में जब परिजनों के द्वारा न्याय मांगा गया तब उन्हे कुछ पैसे थमाकर चलता करने की कोशिश की गई ।

थक हारकर परिवार जनों ने छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना से लिखित में गुहार लगाई । छत्तीसगढ़ियों के हक अधिकार के लिये सतत संघर्षरत क्रान्ति सेना के लड़ाकों ने घटनास्थल पर जाकर मोर्चा संभाला व धरना प्रदर्शन किया और तब तक वहां से नहीं हटे जब तक कंपनी प्रबंधन से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा राशि देने पर बाध्य किया । मध्यस्थता में प्रशासन की ओर से तहसीलदार भिलाई -3 उपस्थित रहे।
छत्तीसगढि़या क्रान्ति सेना, व जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के सैकड़ों सेनानी एवं पदाधिकारी तथा जामुल ग्रामवासी देर रात तक डटे रहे ।
कम्पनी प्रबंधन द्वारा मृतक की पत्नी श्रीमती अनुराधा वर्मा को मुआवजा राशि एक लाख पचास हजार रुपये नगद व चेक के माध्यम से मुआवजा राशि 20 लाख रुपये एवं बीमा की राशि का 10 लाख रुपये का चेक इस तरह से मृतक के परिवार को टोटल (31 .50) लाख, इकतीस लाख पच्चास हजार रुपये दिया गया ।

भावपूर्ण माहौल में दुख से भरे परिवार जनों ने भरी आंखो से क्रान्ति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी का आभार जताया ।
इस अवसर पर क्रान्ति सेना भिलाई जिलाध्यक्ष जागेश्वर वर्मा ने आक्रोश जताते हुए कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ को आज उद्योगों के जंजाल में तब्दील कर दिया गया है, छत्तीसगढ़िया किसान के बेटों को इन उद्योगों का जरखरीद गुलाम बनाकर भेंड़-बकरों की तरह मरने के लिये मजबूर कर दिया गया है ।

सरकारें इन उद्योगपतियों की चाकरी करतीं दिखाई देती हैं । न ही उचित वेतन, न ही उचित सुरक्षा का माहौल और दुर्घटना की भेंट चढ़ते युवाओं को मरने के बाद मुआवजे के लिये आनाकानी करते ये सेठ, पीडि़तों पर लाठियां बरसाती पुलिस, पूरा छत्तीसगढ़ आज इस गठजोड़ से ग्रसित है ।

क्रान्ति सेना के राजनीतिक विंग जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के भिलाई अध्यक्ष राहुल वर्मा एवं दुर्ग अध्यक्ष पंकज चतुर्वेदी ने धरनास्थल पर शांतिपूर्ण धरना -प्रदर्शन करते बैठे लोगों पर पुलिस विभाग द्वारा जवाबदार अधिकारी के बिना आदेश से लाठीचार्ज करने एवं बिना महिला पुलिस बल के महिलाओं पर हाथापाई – धक्कामुक्की करने को लेकर थाना प्रभारी के प्रति नाराजगी जताई तथा कंपनी प्रबंधन से मिलीभगत का आरोप लगाया ।

धरना – प्रदर्शन शाँति पूर्ण ढंग से साथ देने वाले अपने कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए, उन्होने आगे कहा कि पुलिस के बेवजह बलप्रयोग कर आंदोलनकारियों को तितरबितर करने की साजिश को नाकाम करते हुए रात भर हमारे कार्यकर्ता शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक ढंग से धरना देकर पीड़ित परिवार को मुआवजा की राशि साढ़े इकत्तीस लाख दिलवाने में सफल रहे।

