क्रान्ति सेना का प्रशिक्षण शिविर “अदरा-लदका” संपन्न
विभिन्न विषयों के महारथियों ने दिये प्रशिक्षण
दुर्ग जिले के कार्यकर्ताओं ने लिया सारगर्भित प्रशिक्षण
दुर्ग :अहिवारा / रविवार 15 दिसम्बर के दिन खुशनुमा मौसम में जब प्रदेश के अधिकांश युवा पिकनिक और पार्टियों में व्यस्त थे तब दुर्ग जिले के लगभग अस्सी युवा एवं महिलाएं अहिवारा में छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़िया हितों के संवर्धन के लिये बंद सभागृह में सुबह से लेकर शाम तक विचार-मंथन कर रहे थे ।
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के भिलाई जिला अध्यक्ष जागेश्वर वर्मा ने सी. जी.प्रतिमान न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि हमारे संगठन के नाम में ही सेना शब्द है और एक सेनानी सतत् प्रशिक्षण से ही श्रेष्ठ रक्षक बन सकता है ।

क्रान्ति सेना जब किसी आंदोलन में नहीं रहती तो वह समय-समय पर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपना प्रशिक्षण वर्ग “अदरा-लदका” का आयोजन नियमित करती है ।

इसी कड़ी में यह दुर्ग जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जो अहिवारा में संपन्न हुआ ।
क्रांति सेना अहिवारा नगर अध्यक्ष आशुतोष साहू ने बताया कि “अदरा” एक विशुद्ध छत्तीसगढ़ी शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ अप्रशिक्षित होता है । इसी तरह हमारे कृषक समाज में एक बछड़े के गले में बड़े होने पर एक लकड़ी का फ्रेम “लदका” डाल दिया जाता है ताकि उसके कंधे कृषि कार्य के लिये कठोर और बलशाली हो सके । छत्तीसगढ़ में शोषण से मुक्ति के लिये युवाओं के कंधो को मजबूत करने के लिये “अदरा-लदका” नामक प्रशिक्षण माड्युल बनाया गया है ।

क्रान्ति सेना के राजनैतिक विंग जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रदेश सहसचिव अरुण गंधर्व ने इस कार्यक्रम को आगामी नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिये संजीवनी बताते हुए आयोजकों को प्रदेश के अन्य जिलों में भी अदरा लदका आयोजित करने का निवेदन किया ।
प्रशिक्षण शिविर में विषय-पारंगत प्रशिक्षकों, क्रान्ति सेना के जिला एवं प्रदेश पदाधिकारियों तथा राजनीति एवं समाजसेवा से जुड़े लगभग सौ लोगों ने भागीदारी निभाई । सफल आयोजन में प्रमुख रूप से कौशल साहू,धर्मेंद्र साहू,माधव साहू,मुकेश साहू, हिमालय ध्रुव,घनश्याम साहू, इंदल सोनी, विकास साहू, आजाद शिवारे, संतोष साहू, भूषण साहू आदि सभी सेनानियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।

