दुर्ग। एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर भाजपा दुर्ग और भिलाई जिला ने संयुक्त रूप से कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में वक्ताओं ने अलग-अलग बिंदुओं को समझाते हुए एक राष्ट्र एक चुनाव देश के लिए क्यों आवश्यक है, इसे स्पष्ट किया और कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि जमीनी स्तर पर आमजनों से मिलकर छोटे-छोटे कार्यक्रमों के माध्यम से जन जागरण करें।
दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक ने कहा कि केंद्र और अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय में निरंतर चुनाव चलते रहते हैं। बार-बार चुनाव होने से 5 साल में देश की आर्थिक उन्नति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है और देश का सकल घरेलू उत्पादन प्रभावित होता है।

मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत में लगातार हो रहे बदलाव की श्रृंखला में अब देश एक देश-एक चुनाव” की ओर कदम बढ़ा रहा है। अब समूचा देश बार बार के चुनाव से मुक्ति चाहता है। उन्होनें कहा कि दिनोंदिन चुनावी खर्चे बढ़ते जा रहे है. 2024 के लोकसभा चुनाव में 1.35 लाख करोड़ रु खर्च हुए जबकि 2019 के चुनाव में 60000 करोड़ रु खर्च हुए थे। एक देश एक चुनाव से समय, श्रम व धन की बचत होगी मैं कार्यकर्ताओं से आहवन करता हूं कि सभी पंचायतों में जाकर जनजागरण करें ताकि इस बदलाव के लिए गांव गांव से राष्ट्रपति तक प्रस्ताव पहुंच सके।

भिलाई जिला भाजपा अध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन ने कहा कि देश का प्रशासनिक तंत्र लगातार चुनावों में उलझा रहता है। अधिकारी कर्मचारी अपने मूल कर्तव्य पालन से विरत हो जाते हैं, जिससे सरकारी कामकाज प्रभावित होता है।
विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रगतिशील सोच है कि 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बने, इस दिशा में एक राष्ट्र एक चुनाव की अहम भूमिका होगी।
विधायक गजेंद्र यादव ने कहा कि हर 3 महीने के अंतराल में देश के किसी न किसी हिस्से में चुनाव होते हैं, इससे विकास की गति कमजोर होती है एक राष्ट्र एक चुनाव आने से ऐसी स्थिति से निजात मिलेगी।

विधायक रिकेश सेन ने कहा कि देश के सुरक्षा बलों का काम सीमा पर प्रहरी के रूप में रक्षा करना है किंतु बार-बार चुनाव होने से वे देश भर में बार बार आवागमन करते हैं जिससे सुरक्षाबालों को परेशानी होती है और सीमाएं भी असुरक्षित होती है।
विधायक ईश्वर साहू ने कहा कि बार-बार चुनाव होना देश के विकास के लिए बाधक है एक साथ सारे चुनाव होने से बार-बार आचार संहिता लगने और प्रशासनिक तंत्र में काम रुकने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी।
एक राष्ट्र एक चुनाव अभियान के दुर्ग जिला संयोजक राजेन्द्र कुमार पाध्ये ने कहा कि नगरीय निकायों और जिला-जनपद पंचायत में यथाशीघ्र राष्ट्रपति के नाम पर प्रस्ताव पारित कर प्रेषित करना है। मंत्रियों सहित अनेकों नेताओं, जनप्रतिनिधिओं और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों का अधिकतम समय चुनाव अभियान लगने के कारण वे शत प्रतिशत परफॉर्मेंस नहीं दे पाते हैं, जिसका दुष्प्रभाव देश के उन्नति पर पड़ता है। कई बार एक ही व्यक्ति अलग-अलग राज्यों में डबल वोटर होता है। एक राष्ट्र एक चुनाव होने से यह स्थिति समाप्त हो जाएगी और स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा दिखेगी।

एक राष्ट्र एक चुनाव अभियान के भिलाई जिला संयोजक बृजेश बिचपुरिया ने कहा कि वर्तमान में चुनाव आयोग को विधानसभा, लोकसभा और नगरीय निकाय पंचायत चुनाव सबके लिए अलग-अलग वोटर लिस्ट बनानी पड़ती है। लेकिन जब एक साथ चुनाव होंगे तो वोटर लिस्ट भी एक होगी इससे वोटर लिस्ट बनाने का काम सरकारी कर्मचारियों को बार-बार नहीं करना पड़ेगा और चुनाव आयोग के भी समय और धन की बचत होगी।
कार्यक्रम का संचालन जिला भाजपा उपाध्यक्ष और एक राष्ट्र एक चुनाव अभियान के जिला सदस्य दिलीप साहू ने किया।
कार्यशाला में पूर्व मंत्री रमशिला साहू, उषा टावरी, चंद्रिका चंद्राकर, रविशंकर सिंह, पूर्व विधायक सांवला राम डाहरे, बालमुकुंद देवांगन, महापौर अलका बाघमार, निवर्तमान दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, महेश वर्मा, महामंत्री प्रेमलाल साहू, विजेंद्र सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष दयानंद सोनकर, मीना वर्मा, जनपद अध्यक्ष लीमन साहू, कुलेश्वरी देवांगन, कीर्ति नायक, एक राष्ट्र एक चुनाव अभियान के सदस्य दीपक चोपड़ा, उमा भारती साहू नवीन पवार, राम उपकार तिवारी, पाटन नगर पंचायत अध्यक्ष योगेश भाले, उतई नगर पंचायत अध्यक्ष सरस्वती साहू मंचस्थ रहे तथा दुर्ग एवं भिलाई जिले के जिला पदाधिकारीगण, समस्त मंडल अध्यक्ष, निवर्तमान मंडल अध्यक्ष एवं अपेक्षित श्रेणी की कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।
