रायपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। सत्र के दौरान सदन की कुल 5 बैठके होंगी। सत्र के हंगामेदार होने की उम्मीद की जा रही है।
विधानसभा के मानसून सत्र के प्रश्नकाल में रोज औसतन 200 सावलों पूछे जाएंगे। ऐसा इस वजह से कहा जा रहा है, क्योंकि 5 दिनी सत्र के लिए सदस्यों ने अब तक करीब 966 प्रश्न लगाए हैं। प्रश्नकाल के दौरान पूछे जाने वाले सवालों की समय सीमा 3 जुलाई को समाप्त हो गई है। बता दें कि विधानसभा में प्रश्न की सूचना देने के लिए आन लाइन और आफ लाइन दोनों ही व्यवस्था लागू है। 22 जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा के सत्र के लिए प्रश्नों की सूचना देने की अंतिम तारीख 3 जुलाई तय की गई थी।

पहले दिन सीएम के साथ ये मंत्री करेंगे सवालों का सामना विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सवालों का सामना करेंगे। सीएम के साथ ही वन मंत्री केदार कश्यप और राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के विभागों से जुड़े प्रश्न भी पूछे जाएंगे। दूसरे दिन डिप्टी सीएम अरुण साव और मंत्री लखनलाल देवांगन प्रश्नकाल में सवालों का सामना करेंगे।
सरकार पेश करेगी अनुपूरक बजट मानसून सत्र के दौरान राज्य सरकार अनुपूरक बजट पेश करेगी। यह चालू वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट होगा। इसमें राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के साथ ही सड़क निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों के लिए बजट का प्रवधान किया जाएगा। वित्त विभाग इसकी तैयारी में लगा हुआ है। अनुपूरक बजट के हजार करोड़ रुपये से अधिक के होने का अनुमान है। हंगामेदार होगा सत्र विधानसभा के इस सत्र के हंगामेदार होने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस बलौदाबाजार की घटना के साथ राज्य में बड़ते अपराध को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश कर सकती है। बिजली कटौती और बिजली की कीमतों को भी विपक्ष मुद्दा बना सकता है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल पहले ही कह चुके हैं कि विधानसभा सत्र के लिए हमारे पास बहुत मुद्दे हैं।

