छत्तिसगढ महिला मुक्ति मोर्चा ने ज्ञापन सौंपा
जामुल 24 दिसम्बर / ए सी सी सीमेंट प्लांट जामुल में 1 अगस्त 2024 आबीद नाम का श्रमिक कार्य के दौरान प्लांट के अंदर विद्युत दुर्घटना के कारण मौत का शिकार हो गया ।

जिसको पूर्ण रूप से मुआवजा अभी तक नहीं मिल पाया है । मजदूर यूनियन से कई बार बातचीत होने के बावजूद प्रबंधक अपनी तानाशाही अंदाज में मजदूरों को ठेंगा दिखा रहा है। वहीं दूसरी ओर प्लांट में कार्यरत मजदूरों का 2016 – 2018 में हुए समझौता की तरह ही अभी नवंबर 2024 में समझौता होना था ।

लेकिन जब से ए सी सी होलसिम से ए सी सी अदानी हुआ है तब से समझौता के लिए बातचीत तो दूर उनसे इंसानों की तरह भी बात नहीं कर रहे है। पर ए सी सी जामुल में काम करने वाले परमानेंट मजदूरों को वी आर एस देकर ठेका मजदूरों से उत्पादन कराने और ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने या उन मजदूरों को निचोड़ने का काम किया जा रहा है।

उक्त वी आर एस स्कीम का हम विरोध करते है। 30 – 35 वर्षों से कार्य कर रहे मजदूरों को सीमेंट वेज बोर्ड के तहत नियमित नहीं करना जिसके कारण मजदूरों में भरी असंतोष व्याप्त है। समय रहते उनसे सम्मान जनक बातचीत और समझौता नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधक और शासन प्रशासन की होगी।

ज्ञापन सौंपने वालो में महिला मुक्ति मोर्चा की ओर से मुख्य रूप से नीरा डहरिया, दशमत साहू , बीना साहू , यशोदा, आरती साहू, अल्फिया खातून -मृतक आबिद की पत्नि आदि उपस्थित रहे।


