

एनसीसी कैडेटों ने जाना फील्ड क्राफ्ट बैटल क्राफ्ट की जमीनी सच्चाई।
वायु सेना में रोजगार के अनेक अवसर – एम० जर्रार डिप्टी कैंप कमाण्डेंट
बोरई 13 जून / दुर्ग : 37 छग बटालियन एनसीसी, दुर्ग का दस दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर 133 के शिविर गतिविधियों का कैम्प कमाण्डेण्ट कर्नल प्रेमजीत व डिप्टी कैम्प कमाण्डेण्ट स्क्वार्डन लीडर एम० जर्रार के कुशल निर्देशन में व सूबेदार मेजर थानेश्वर गुरुंग के दिशा-निर्देश में चौथे व पांचवें दिन कुशल संचालन किया गया।

विशेष व्याख्यान के अंतर्गत डिप्टी कैंप कमाण्डेंट एम० जर्रार ने वायुसेना की गतिविधियों के साथ साथ विभिन्न कमांड की जानकारी प्रदान की तथा वायुसेना में विभिन्न पदों पर रोजगार के अवसर और आवश्यक योग्यता तथा भर्ती में एनसीसी के ‘ए’, ‘बी’ व ‘सी’ प्रमाण पत्र के लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कैडेटों से कहा कि शिविर में प्रशिक्षण से आपके व्यक्तित्व में निखार के साथ साथ पब्लिक स्पीकिंग की क्षमता भी बढ़ेगी । अपने उद्बोधन से जहां उन्होंने कैडेटों का हौसला बढ़ाया वहीं कैडेटों के प्रश्नों का बहुत ही सरल शब्दों में जवाब दिया।

ड्रिल के अंतर्गत तेज चल, दाहिने, बांये और पिछे मुड़, सैल्यूट करना और थम के बारे में बताया और हथियार के साथ सावधान – विश्राम, आराम से व तेज चल और थम के बारे में एनसीसी कैडेटों को बताया गया।

कैडेटों को थ्योरी कक्षा में फील्ड क्राफ्ट के बारे में जानकारी दी, जिसमें जमीनी कला और लड़ाई कला के साथ जजिंग डिस्टेंस,फायर डिसीप्लीन व फायर कंट्रोल आर्डर की पूरी जानकारी दी गई। बैटल क्राफ्ट के अंतर्गत राॅफ्ट के बारे में बताया कि आर – रैकी ग्रुप, ओ – आर्डर ग्रुप, एफ – फायरिंग ग्रुप व टी – ट्रांसपोर्ट ग्रुप के साथ बैटल ड्रिल, सेक्शन फार्मेशन, फिल्ड सिग्नल, पेट्रोलिंग,एम्बूश व प्लाटून फार्मेशन की विस्तृत व्याख्या की गई।

केन्द्रीय व्याख्यान के अंतर्गत कैप्टन संतोष मिश्रा ने कैडेटों को डिजिटल इंडिया के अंतर्गत आधार कार्ड, मनरेगा,डीजी लाकर, अपार आई डी आधा डिजिटल संसाधनों की उपयोगिता व रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया। गर्मी व उमस से बचाव के लिए मैस इंचार्ज सूबेदार अमरीक सिंह, सीएचएम वागस्कर अप्पा व हवलदार उत्तम राई ने अल्पाहार व भोजन की विशेष व्यवस्था प्रदान कर रहें हैं।

प्रशिक्षण सत्र व विभिन्न प्रतियोगिता के दौरान कैम्प एडजुडेंट कैप्टन सी० के० साहू, ले० संतोष यादव,ले० श्रीकांत प्रधान, चीफ अफसर ए० के० सिंह, सूबेदार के० सी० बेहेरा,बीएचएम दीपक महत, हवलदार राबिन पौडेल, हवलदार गोर बहादुर पून के साथ तेरह एनसीसी अधिकारी व बारह पी० आई० स्टाफ ने सक्रिय सहयोग किया। उक्त जानकारी ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप के द्वारा दी गई।

