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कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई नगर के एनसीसी कैडेटों ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर महाविद्यालय के विभिन्न कक्षाओं में भाषण प्रतियोगिता के अंतर्गत चलाया जागरूकता अभियान।


विश्व स्वास्थ्य दिवस पर एनसीसी कैडेटों ने चलाया जागरूकता अभियान

भिलाई नगर 7 अप्रैल / 37 छग बटालियन एनसीसी के कमान अधिकारी व एडम अफसर के निर्देशानुसार कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई नगर के एनसीसी कैडेटों ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर महाविद्यालय के विभिन्न कक्षाओं में भाषण प्रतियोगिता के अंतर्गत जागरूकता अभियान चलाया ।


महाविधालय के एनसीसी अधिकारी ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप ने सर्वप्रथम विषय की महत्ता कैडेटों व छात्र छात्राओं को बताते हुए कहा कि हम स्वास्थ के प्रति सचेत रहकर राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद में दो से पांच प्रतिशत तक योगदान दे सकते हैं व परिवार के बजट का पंद्रह से बीस प्रतिशत बचत कर सकते हैं अतः हमें जीवंत आबादी के लिए युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, दूरस्थ और ग्रामीण समुदायों के लिए डिजिटल मानसिक स्वास्थ्य समाधान, स्कूलों और प्रशिक्षणों में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम और सेवाएं और संकटों में मानसिक स्वास्थ्य सहायता जैसे विषयों पर पर्याप्त ध्यान देने की आवश्यकता है।

कैडेट प्रेम कुमार व अन्य ने छात्र- छात्राओं को बताया कि ……….. आज, हम विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं, एक ऐसा दिन जो हमें हमारे पास मौजूद सबसे मूल्यवान खजाने में से एक की याद दिलाता है – हमारा स्वास्थ्य। हर साल 7 अप्रैल को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण मुद्दों पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए एक विशिष्ट थीम पर प्रकाश डालता है। इस वर्ष की थीम है “मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार “।

यह थीम आज की दुनिया में गहराई से गूंजती है। स्वास्थ्य कोई विशेषाधिकार नहीं है – यह एक बुनियादी मानव अधिकार है। हर कोई, चाहे उसकी उम्र, लिंग, जाति या आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो, स्वच्छ पानी, पौष्टिक भोजन, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा, मानसिक स्वास्थ्य सहायता और रहने और बढ़ने के लिए सुरक्षित वातावरण तक पहुँच का हकदार है।आइए खुद से पूछें – कितने लोग वास्तव में इस अधिकार का आनंद लेते हैं? लाखों लोग अभी भी गरीबी, संघर्ष, प्रदूषण और चिकित्सा संसाधनों की कमी के कारण पीड़ित हैं। अब समय आ गया है कि हम न केवल जागरूकता बढ़ाएँ बल्कि अपने समुदायों, स्कूलों और घरों में सभी के लिए स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए सार्थक कदम उठाएँ।यह दिन आत्म-चिंतन का भी आह्वान है। क्या हम अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रख रहे हैं? क्या हम अपने दोस्तों और परिवारों के बीच स्वस्थ आदतों को बढ़ावा दे रहे हैं? स्वास्थ्य का मतलब सिर्फ़ बीमारी से मुक्त होना नहीं है; इसका मतलब है संतुलित जीवन जीना – शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक रूप से एक स्वस्थ दुनिया की शुरुआत स्वस्थ व्यक्तियों से होती है। साथ मिलकर, हम एक ऐसा भविष्य बना सकते हैं जहाँ “मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार” सभी के लिए एक वास्तविकता बन जाए।

उक्त समस्त कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप ने किया जिसमें कैडेट सचिन कुमार साहू, सोमदत्त, हंसराज, पुष्पेंद्र वर्मा, हरीश मोटघरे, प्रेम दिल्लीवार, गुलशन कुमार, मुकुल ठाकुर, पुनेश कुमार, रोमन लाल,लोकेश कुमार व जय प्रकाश साहू ने विशेष योगदान दिया।

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