रायपुर 29 मई / छत्तीसगढ़ में इस बार मई माह में ही मानसून ने दस्तक दे दी है। दरअसल जून के पहले सप्ताह में भी मानसून के प्रवेश करने का अनुमान लगाया जा रहा है। लेकिन नौतपा में दक्षिण पश्चिम मानसून समय से पहले ही दंतेवाड़ा से प्रदेश में प्रवेश कर लिया है। इसी के साथ ही अब आगामी कुछ दिनों तक प्रदेश में तेज बारिश होगी। जिसे लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी का दी है।

प्रदेश में मानसून की एंट्री:
दरअसल नवतपा 25 मई से शुरू हुई है। वहीं दूसरी ओर बारिश का सिलसिला भी इसी दिन से शुरू है। प्रदेश में दंतेवाड़ा जिले में मौसम विभाग ने बुधवार को मानसून के प्रवेश की घोषणा कर दी है। लेकिन दंतेवाड़ा में पिछले 24 घंटे में कोई बारिश नहीं हुई है। ऐसे इसलिए है क्योंकि इस बीच जगदलपुर में 20 मिमी के आसपास बारिश दर्ज हुई है। बतादें कि बस्तर संभाग में जगदलपुर मेन बस्तर संभाग में जगदलपुर मेन स्टेशन में से एक है इसलिए मौसम विज्ञानियों ने मानसून की घोषणा की है। इस प्रदेश में मानसून 18 दिन पहले पहुंच गया है। यहां मानसून आने की निर्धारित तिथि 15 जून है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। बतादें कि प्रदेश में मई में अब तक लगभग 92.3 मिमी पानी गिरा है, जो सामान्य बारिश लगभग 136 फीसदी से ज्यादा है।
समय से पहले मानसून का प्रवेश :
आमतौर पर मानसून का प्रवेश जून के दूसरे सप्ताह में छत्तीसगढ़ में होता है। इस बार मौसमी रुख को देखते हुए इसके समय से पहले यानी जून के प्रथम सप्ताह में इसके आने की संभावना जताई गई थी। मौसम तंत्रिकाएं सक्रिय हुईं, जिससे बंगाल की खाड़ी में मानसून द्रोणिका सक्रिय होने के साथ प्रबल भी हो गई। केरल के बाद अन्य राज्यों में होते हुए मानसून 12 दिन पहले ही छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले तीन दिन के भीतर बारिश की संभावना बनी हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों का अनुमान है, अगले चौबीस घंटे में बस्तर के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा मानसून नसून दोणिका के सक्रिय होने की वजह से आगे भी वर्षा की गतिविधि बनी रहने के आसार है। मानसून द्रोणिका प्रबल होने की वजह से दक्षिण पश्चिम मानसून अगले दो दिनों में उत्तर पूर्व के बचे हुए राज्य, छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों में प्रवेश करेगा।
माइनस में तापमान मैसम में उमस जारी:
मानसून की गतिविधि के साथ प्रदेश में नमी की मात्रा बढ़ गई है। पर्याप्त मात्रा में बारिश नहीं होने तक उमस की स्थिति बनी रहने की संभावना है। बादल छाने की वजह से रायपुर समेत प्रदेश के तमाम शहरों का तापमान सामान्य से नीचे जा चुका है।

